Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2019 · 1 min read

【16】 बगिया

सुबह हुई रवि किरण पसारी, बगिया में फैले मोती
बगिया सोचे में अति सुंदर, काश मैं भी दुल्हन होती

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 440 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये अलग बात है
ये अलग बात है
हिमांशु Kulshrestha
पुनर्जन्म का साथ
पुनर्जन्म का साथ
Seema gupta,Alwar
वो हक़ीक़त में मौहब्बत का हुनर रखते हैं।
वो हक़ीक़त में मौहब्बत का हुनर रखते हैं।
Phool gufran
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
ruby kumari
"शायरा सँग होली"-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
“शादी के बाद- मिथिला दर्शन” ( संस्मरण )
“शादी के बाद- मिथिला दर्शन” ( संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
भोले बाबा की महिमा भजन अरविंद भारद्वाज
भोले बाबा की महिमा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
बिखर गए ख़्वाब, ज़िंदगी बेमोल लूट गई,
बिखर गए ख़्वाब, ज़िंदगी बेमोल लूट गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*आऍं-आऍं राम इस तरह, भारत में छा जाऍं (गीत)*
*आऍं-आऍं राम इस तरह, भारत में छा जाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
"जगदलपुर"
Dr. Kishan tandon kranti
"" *माँ के चरणों में स्वर्ग* ""
सुनीलानंद महंत
#ऐसे_समझिए…
#ऐसे_समझिए…
*प्रणय*
Bundeli Doha pratiyogita 142
Bundeli Doha pratiyogita 142
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
घर-घर तिरंगा
घर-घर तिरंगा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
अनुप्रास अलंकार
अनुप्रास अलंकार
Dr. Rajeev Jain
टूट गया हूं शीशे सा,
टूट गया हूं शीशे सा,
Umender kumar
दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो
दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो
Sunil Maheshwari
पुरखों के गांव
पुरखों के गांव
Mohan Pandey
खुद का नुकसान कर लिया मैने।।
खुद का नुकसान कर लिया मैने।।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
****दोस्ती****
****दोस्ती****
Kavita Chouhan
बेशक प्यार उनसे बेपनाह था
बेशक प्यार उनसे बेपनाह था
Rituraj shivem verma
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गंधारी
गंधारी
Shashi Mahajan
बेचारे नेता
बेचारे नेता
गुमनाम 'बाबा'
कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले
कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले
gurudeenverma198
शीर्षक - सोच आपकी हमारी
शीर्षक - सोच आपकी हमारी
Neeraj Agarwal
इतिहास गवाह है ईस बात का
इतिहास गवाह है ईस बात का
Pramila sultan
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
TAMANNA BILASPURI
Loading...