।4।【दोहे】
(1)साथ समय के जो चले ,वो ही भरत उड़ान
जो करे बरबाद इसे,बने न कभी महान”।
(2)मन मे तीखा भाव रख,न मीठे कि आस कर
जो चाहे मिल जाएगा,बस तनिक प्रयास कर”।
(3)”घोर संकट सर पे है,कैसे निकला जाय
राम नाम के जाप से,आए नजर उपाय”
(4)जीवन चला छोड़कर,सबरा जीवनजाल
आए मृत्यु जबहुँ निकट,कौनो सके न टाल
by-वि के विराज़