Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
23 Followers
Follow
Report this post
17 May 2024 · 1 min read
❤️
❤️
21 वी सदी में भी ये दिल,
19 वी सदी सा प्रेम ढूंढता है
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
Tag:
Quote Writer
Like
Share
130 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
Manisha Manjari
जीवन
लक्ष्मी सिंह
माँ
Shyam Sundar Subramanian
सफल हस्ती
Praveen Sain
वाह वाह....मिल गई
Suryakant Dwivedi
लोभ मोह ईष्या 🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
" मन भी लगे बवाली "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
श्रम दिवस
SATPAL CHAUHAN
रिश्तों से अब स्वार्थ की गंध आने लगी है
Bhupendra Rawat
3229.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
Sushila joshi
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"खुदा के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
नफरतों के_ शहर में_ न जाया करो
कृष्णकांत गुर्जर
జయ శ్రీ రామ...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मौज कर हर रोज कर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
'प्रेमिकाएं' चाहती रही.. 'अर्धांगिनी' कहलाने का हक
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
परिवार
Neeraj Agarwal
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खिला तो है कमल ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ओम के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नवगीत - बुधनी
Mahendra Narayan
मैं पुलिंदा हूं इंसानियत का
प्रेमदास वसु सुरेखा
मुक्तक
Neelofar Khan
अभी कहाँ विश्रांति, कार्य हैं बहुत अधूरा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
खूबसूरत है किसी की कहानी का मुख्य किरदार होना
पूर्वार्थ
"हार व जीत तो वीरों के भाग्य में होती है लेकिन हार के भय से
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
Ajit Kumar "Karn"
बोला नदिया से उदधि, देखो मेरी शान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
संभालने को बहुत सी चीजें थीं मगर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...