✍️सोच पे किसकी पकड़ है..?✍️
✍️सोच पे किसकी पकड़ है..?✍️
………………………………………………………………//
ज़मी को सोख रहा अज़ीब गर्म छाँव का पेड़ है..!
किस मुल्क में फैली कहाँ इसकी विषैली जड़ है.?
बे-मौसम हवाओँ का दरख़्तों पे ये कैसा असर है
यहाँ के बियाबानो में परिंदों की नदारद भीड़ है
आसमाँ की रजामंदी चाहते थे हौसलो के लिए..
रोक हर उड़ान पे है परो में लगी किसकी जकड है
सौ गुनाह माफ़ कर दो फिर भी आप गुनहगार हो..
कोई शर्मिंदगी होती नहीं है अंदर ये कैसी अकड है
‘अशांत’अपने कलम से कह दो हद में तहरीर रखे..!
अब जहेन की सोच पे भी किसी ओर की पकड है..!
……………………………………………………………………//
©✍️’अशांत’ शेखर✍️
16/08/2022