✍️ये मेरा भी वतन✍️
✍️ये मेरा भी वतन✍️
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तस्लीम किसी
माँ का बेटा था
दिहाड़ी के काम
से घर वापस
लौटते हुए
दंगे में मारा गया
आज उसके पिता
जुम्मन चाचा ने
अपने घर पे तिरंगा
फ़हराया…!
सलीम का झोपड़ी
नुमा घर उसके
परिवार को सर
छुपाने के लिए
इकलौता छत था
सरकारी आदेशों
द्वारा बुलडोज़र से
ढ़हा दिया गया
सलीम के बेटों ने
आज घर की आँखरी
बची दिवार पे तिरंगा
लहराया…!
शहीद अशफाकुल्ला
खान की आँखों ने आज
फिर लहु बहाया…!
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©✍️’अशांत’शेखर✍️
15/08/2022