✍️खुदाओं के खुदा✍️
✍️खुदाओं के खुदा✍️
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ये वाइज़ तो निकले थे ढूँढने एक ही खुदा
और मिले यहाँ बेहिसाब खुदाओं के खुदा
ये जहाँ की इंसानी नस्ले कर रही है सज़दा
सादगी के नक़्श से बस इंसानियत है जुदा
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✍️”अशांत”शेखर✍️
26/07/2022