✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️
✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️
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पुरे दिन की
जहांन की हरकतें,
मौसम की हलचल,
करवट बदलता वक़्त,
इन सबको निचोड़कर
कुछ गंदगी को छानके
कुछ अच्छाई को पिरोके
लफ्ज़ो की माला बनाते है
वही कलम
आपके सजदे में चढ़ाते है ।
वही कलमा हम आपको पढ़ाते है।
वही होती है कविता,काव्य,गीत,
अभंग,गझल,रुबाई,नज़्म,मुक्तक,व्यंग,
बालकविता,भक्तिगीत, लेख,कथाये इत्यादि
मन का आवेश,दर्द,गम,द्वेष,तिरस्कार,वेदना,
प्रेम,प्यार,मोहब्बत,जुड़ना जोड़ना,तोड़ना,टूटना
अंदर तपता लाव्हा बनकर पनपता है
और अभिव्यक्ति भावना के
रूप में कागज़ पर व्यक्त होती है,
तब एक साहित्य कलाकृति का निर्माण होता है।
हम अपने दिमाग के बारूद
को फटने से बचाते है।
ताकी भारी मन और पूरा शरीर
हलका महसूस करे।
समाज के प्रति एक बड़ी
जिम्मेदारी हमने निभाई या कोई एक
महान कार्य हमने किया,ऐसी अनुभूति हमको मिलती है।
दिल को राहत,तसल्लीऔर सुकून के लिए
आप कलम के जरिये रोज एक महायुद्ध लड़ते है…!
सच बताइये क्या आप केवल इस लिए लिखते है ना ?
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✍️”अशांत”शेखर✍️
18/06/2022
#कृपया अपनी प्रतिक्रिया जरूर अभिव्यक्त करे।