✍️आग तो आग है✍️
✍️आग तो आग है✍️
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आग है
बस जलना
जानती है
जलाना उसके
फ़ितरत में नहीं है
आप चाहे अपने पेट
के वास्ते रोटी सेक लो
या फिर अपनी स्वार्थ की
भूख के वास्ते पुरे शहर
को आग में तबाह कर दो..!
वैसे तो ये आग घर घर
के चरागों की रोशनी है
और सरफिरे हाथ लगे तो
फिर हर घर में आगजनी है
दोस्त आग तो आग है
चाहे फिर अपने लगाये
या फिर कोई दूसरे पराये
उन लपटों की आँच
में जलते है अपने भी
और बर्बाद होते पराये भी
आग सिर्फ जलना जानती है
जलाना तो इँसा की फितरत है
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©✍️’अशांत’शेखर✍️
20/08/2022