★ मुक्तक
उल्टा_पड़ता_दांव
कलियुग में न दुआएं असरकारी हैं, न बद्दुआएं। कोसे जाओ पानी पी पी कर। गला सूख जाए तब तक।
■ प्रणय प्रभात ■
उल्टा_पड़ता_दांव
कलियुग में न दुआएं असरकारी हैं, न बद्दुआएं। कोसे जाओ पानी पी पी कर। गला सूख जाए तब तक।
■ प्रणय प्रभात ■