~~◆◆{{◆◆चाहत◆◆}}◆◆~~ मेरी जायदाद बस इतनी सी है एक सांस आती है एक जाती है,चाहत की तो बात ही ना कर इस ज़मीं से चाँद तक बस वो नज़र आती है।