वक्त तुम्हारी चाहत में यूं थम सा गया है,
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
Good Things Fall Apart So That The Best Can Come Together.
जागरूकता के साथ शुद्धि के तरफ कैसे बढ़े। ~ रविकेश झा ।
*जो मिले भाग्य से जीवन में, वरदान समझ कर स्वीकारो (राधेश्याम
"सादगी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
मेरी घरवाली
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए।