"आधी है चन्द्रमा रात आधी "
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
जिंदगी की राह आसान नहीं थी....
💐प्रेम कौतुक-383💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
Good things fall apart so that the best can come together.
मैं ना जाने क्या कर रहा...!
वक्त निकल जाने के बाद.....
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
मैं उसकी निग़हबानी का ऐसा शिकार हूँ
खवाब है तेरे तु उनको सजालें
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!