गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
जीत और हार ज़िंदगी का एक हिस्सा है ,
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
"उसने जो मुझ को बुलाया नहीं तो कुछ भी नहीं।
खाली सूई का कोई मोल नहीं 🙏
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
** जिंदगी कब मुस्कुराई **
कागज़ के फूल ( प्रेम दिवस पर विशेष )
I Love To Vanish Like A Shooting Star.
शिक्षा अर्जित जो करे, करता वही विकास|
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा