sp 113श्रीगोवर्धन पूजा अन्नकूट
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
यह जो आँखों में दिख रहा है
*प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं (मुक्तक )*
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
#ਪੁਕਾਰ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
कितना छुपाऊँ, कितना लिखूँ