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*प्रणय*
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7 Jan 2023 · 1 min read
क़तआ (मुक्तक)
जीवन मे प्रायः ऐसा होता है, जब हम किसी धूर्त को समझदार मानने लगते हैं।
【प्रणय प्रभात】
Language:
Hindi
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