■ लघुकथा
#लघुकथा
■ बड़ा सा टैडी…..।
【प्रणय प्रभात】
सौलह साल की मैडी के डैडी ने उसे एक बड़ा सा टैडी ला कर दिया। दिन था 10 फ़रवरी यानि टैडी-दिवस का। एक खोखली सी मुस्कान और मरियल से थेंक्स के साथ मैडी ने टैडी ले लिया।
डैडी खुश थे कि बेटी को गिफ़्ट पसंद आया। उन्हें क्या पता था कि टैडी का बच्चा सुबह मुँह-अँधेरे उनकी बेटी को मिल चुका था। जो मधुमासी मादकता की क्लोरोफार्म से बेटी को पहले से ही मदहोश किए हुए था।
स्कूल बैग में छुपा कर रखे गए उस छोटे से टैडी के आगे बड़े से कॉर्नर स्टैंड पर टिका उनका भारी-भरकम टैडी यौवन की दहलीज़ लाँघने को बेताब मैडी की ओर मुँह बाए ताक रहा था।
【प्रणय प्रभात】
श्योपुर (मध्यप्रदेश)