मुझे तुम मिल जाओगी इतना विश्वास था
*ऋषि अगस्त्य ने राह सुझाई (कुछ चौपाइयॉं)*
निलय निकास का नियम अडिग है
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
खबर नही है पल भर की
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
#हुँकार
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
हार का प्रमुख कारण मन का शरीर से कनेक्शन टूट जाना है।
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
इस दरिया के पानी में जब मिला,
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
अवल धरां है ऊजळी, सती सूरा री खांण।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।