■ बोलते सितारे….
■ जैसी करनी वैसी भरनी….
कुछ लोग इंसान होकर भी इंसान रहना नहीं चाहते। फिर उनकी हालत धोबी के कुत्ते सी होने की घड़ी आने में देर नहीं लगती। ऐसा ही कुछ होने के पूरे आसार हैं। आखिर, साल चुनावी जो है। जो न पाएगा टिक, वो खाएगा किक।।
【प्रणय प्रभात】