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24 Dec 2022 · 1 min read

■ बेशर्म सियासत

#मन्तव्य-
प्रदर्शित ऐसा करते हैं मानो ख़ुद ही दूध के धुले हैं। बाक़ी सब कीचड़ में लथपथ हैं। जबकि असलियत यह है कि आज के दौर में भरमार जयचंदों की है।
#प्रणय_प्रभात

Language: Hindi
1 Like · 389 Views
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