हमें बुद्धिमान के जगह प्रेमी होना चाहिए, प्रेमी होना हमारे अ
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मुश्किलें लाख पेश आएं मगर
"समाज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोग बदलना चाहते हैं,
जीते जी मुर्दे होते है वो लोग जो बीते पुराने शोक में जीते है
अर्ज़ है ... हर ज़ाम में डुबते है महफ़िल सजाने को , ये कह कर
निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा
आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र।
जयचंदों का देश में,फलता नही रिवाज.
तेरी इस बेवफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
शब्द" मुफ्त में मिलते हैं लेकिन
गुंजन राजपूत, मित्रता की मिसाल हो,तुम्हारी मुस्कान में हर दि
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया