Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2023 · 1 min read

■ बदलता दौर, बदलती कहावतें।।

■ बदलता दौर, बदलती कहावतें।।

1 Like · 186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
जाने के बाद .....लघु रचना
जाने के बाद .....लघु रचना
sushil sarna
यादें....!!!!!
यादें....!!!!!
Jyoti Khari
आदमी का मानसिक तनाव  इग्नोर किया जाता हैं और उसको ज्यादा तवज
आदमी का मानसिक तनाव इग्नोर किया जाता हैं और उसको ज्यादा तवज
पूर्वार्थ
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
VINOD CHAUHAN
मुझे डूबना नही हैं...
मुझे डूबना नही हैं...
Manisha Wandhare
जैसे हम,
जैसे हम,
नेताम आर सी
मायड़ भौम रो सुख
मायड़ भौम रो सुख
लक्की सिंह चौहान
ये 'लोग' हैं!
ये 'लोग' हैं!
Srishty Bansal
इंडिया में बस एक कोलकाता ही है। जोधपुर, उदयपुर, मुंबई, मणिपु
इंडिया में बस एक कोलकाता ही है। जोधपुर, उदयपुर, मुंबई, मणिपु
*प्रणय*
लक्ष्य
लक्ष्य
Suraj Mehra
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
Shashi kala vyas
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
Anis Shah
पौधे मांगे थे गुलों के
पौधे मांगे थे गुलों के
Umender kumar
*मौत मिलने को पड़ी है*
*मौत मिलने को पड़ी है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ये ज़िंदगी
ये ज़िंदगी
Shyam Sundar Subramanian
दुनियाँ सेल्फिश है
दुनियाँ सेल्फिश है
Dhananjay Kumar
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
23/61.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/61.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
होली आई, होली आई,
होली आई, होली आई,
Nitesh Shah
Har Ghar Tiranga
Har Ghar Tiranga
Tushar Jagawat
चलते-चलते
चलते-चलते
NAVNEET SINGH
बेटियाँ
बेटियाँ
Santosh Soni
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो भी तो ऐसे ही है
वो भी तो ऐसे ही है
gurudeenverma198
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Deepesh Dwivedi
अंतरात्मा की आवाज
अंतरात्मा की आवाज
SURYA PRAKASH SHARMA
सरस कुंडलियाँ
सरस कुंडलियाँ
Ravi Prakash
Loading...