मुश्किलों से तो बहुत डर लिए अब ये भी करें,,,,
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
छोड़कर एक दिन तुम चले जाओगे
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
मची हुई संसार में,न्यू ईयर की धूम
"शरीफ कम, समझदार ज्यादा हो गए हैं लोग ll
"हमें चाहिए बस ऐसा व्यक्तित्व"
तेरी चेहरा जब याद आती है तो मन ही मन मैं मुस्कुराने लगता।🥀🌹
*समझो बैंक का खाता (मुक्तक)*
The gushing in memories flash a movie in front of me,
*"श्रद्धा विश्वास रुपिणौ'"*
हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता