शिक्षक दिवस
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
तू है तसुव्वर में तो ए खुदा !
हर रात जब आँखें नींद से उठ जाती हैं,
रक्षाबंधन के दिन, भैया तू आना
मर्द की कामयाबी के पीछे माँ के अलावा कोई दूसरी औरत नहीं होती
चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों
कविता :- दुःख तो बहुत है मगर.. (विश्व कप क्रिकेट में पराजय पर)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बड़े बुजुर्गो की सेवा करने से जो शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता ह
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
मुकादमा चल रहा है अब मेरा