■ धत्तेरे की…
■ क्या भली हुई…?
पता चला था कि धड़ाधड़ नाम बदलने से काम बन जाते हैं। पता नहीं था कि नाम का गुण या हैसियत से कोई वास्ता नहीं। नतीजा सामने है।
【प्रणय प्रभात】
■ क्या भली हुई…?
पता चला था कि धड़ाधड़ नाम बदलने से काम बन जाते हैं। पता नहीं था कि नाम का गुण या हैसियत से कोई वास्ता नहीं। नतीजा सामने है।
【प्रणय प्रभात】