- तुम्हारा ख्याल हरदम रहता है -
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
हारे हुए परिंदे को अब सजर याद आता है
बोलने को मिली ज़ुबां ही नहीं
मिट्टी का खिलौना न जाने कब टूट जायेगा,
Anamika Tiwari 'annpurna '
के अब चराग़ भी शर्माते हैं देख तेरी सादगी को,
"ठूंस ठूंसकर घूस खाने के बाद भी,
हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ज़रूरत मतलब लालच और रिश्ते
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण,
"दुनिया के बदलने का कोई ग़म नहीं मुझे।
बिन बोले ही हो गई, मन से मन की बात ।
*आते हैं जग में सदा, जन्म-मृत्यु के मोड़ (कुंडलिया)*
दलित साहित्य के महानायक : ओमप्रकाश वाल्मीकि
बहुत खुश हुआ कुछ दिनों के बाद