■ दूसरा पहलू…
■ दूसरा पहलू…
हर साल एक दिन संस्कृति की रक्षा के नाम पर चौधराहट दिखाने वाले महा-पराक्रमी थोड़ा सा ध्यान अपने घर पर भी दे लें। संस्कृति स्वतः सुरक्षित हो जाएगी। औरों की भट्टी में अंगारों की तलाश क्यों? घर में ज्वालामुखियों के पलते और पनपते।।
【प्रणय प्रभात】