रेत सी इंसान की जिंदगी हैं
************ कृष्ण -लीला ***********
बुरे वक्त में हो गया, इसका भी अहसास
- बाबुल का आंगन एक दिन तुम्हे छोड़ना पड़ेगा -
#शीर्षक:- नशीली आँखो में झाँक
"यहाँ चंद लोगों के लिए लिख रहा हूँ मैं ll
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर
जीवन बिता रहे है मजदूर मुफलिसी का ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
है कोई तेवरी वाला जो... +शम्भुदयाल सिंह ‘सुधाकर’
छोड़कर एक दिन तुम चले जाओगे
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'