Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2023 · 1 min read

■ जय हो।

■ जय हो।

1 Like · 178 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मुश्किल है जिंदगी में ख्वाबों का ठहर जाना,
मुश्किल है जिंदगी में ख्वाबों का ठहर जाना,
Phool gufran
- तेरे बिना भी क्या जीना -
- तेरे बिना भी क्या जीना -
bharat gehlot
"दिन-रात"
Dr. Kishan tandon kranti
23/58.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/58.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
क्यों
क्यों
Neeraj Agarwal
बोझ लफ़्ज़ों के दिल पे होते हैं
बोझ लफ़्ज़ों के दिल पे होते हैं
Dr fauzia Naseem shad
भोर
भोर
Kanchan Khanna
****प्रेम सागर****
****प्रेम सागर****
Kavita Chouhan
झीमिर-झीमिर बरसा मा, धरती के अंतस जुड़ागे।
झीमिर-झीमिर बरसा मा, धरती के अंतस जुड़ागे।
ओसमणी साहू 'ओश'
युग प्रवर्तक नारी!
युग प्रवर्तक नारी!
कविता झा ‘गीत’
*मन की आवाज़*
*मन की आवाज़*
Dr. Vaishali Verma
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
नूरफातिमा खातून नूरी
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
Ranjeet kumar patre
राम आयेंगे अयोध्या में आयेंगे
राम आयेंगे अयोध्या में आयेंगे
रुपेश कुमार
मैं और सिर्फ मैं ही
मैं और सिर्फ मैं ही
Lakhan Yadav
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
Kanchan Alok Malu
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
🍁तेरे मेरे सन्देश- 9🍁
🍁तेरे मेरे सन्देश- 9🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अटल बिहारी मालवीय जी (रवि प्रकाश की तीन कुंडलियाँ)
अटल बिहारी मालवीय जी (रवि प्रकाश की तीन कुंडलियाँ)
Ravi Prakash
नाकामयाब पुरुष की कहानी यूँ अनकही रह जाती है,उसकी पसंदीदा स्
नाकामयाब पुरुष की कहानी यूँ अनकही रह जाती है,उसकी पसंदीदा स्
पूर्वार्थ
गागर सागर नागर
गागर सागर नागर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
🌸 आशा का दीप 🌸
🌸 आशा का दीप 🌸
Mahima shukla
बीते कल की क्या कहें,
बीते कल की क्या कहें,
sushil sarna
कहना ही है
कहना ही है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
सबक ज़िंदगी पग-पग देती, इसके खेल निराले हैं।
सबक ज़िंदगी पग-पग देती, इसके खेल निराले हैं।
आर.एस. 'प्रीतम'
बहुमत
बहुमत
मनोज कर्ण
వచ్చింది వచ్చింది దసరా పండుగ వచ్చింది..
వచ్చింది వచ్చింది దసరా పండుగ వచ్చింది..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
उम्र गुजर जाती है
उम्र गुजर जाती है
Chitra Bisht
सर पर हाथ रख दूं तो आजाद हो जाएगा,
सर पर हाथ रख दूं तो आजाद हो जाएगा,
P S Dhami
Loading...