■ छोटी दीवाली
#तीन_दोहे_एक_पर्व-
■ शुभ छोटी दीपावली।
【प्रणय प्रभात】
● चतुर्दशी है रूप की,
कर षोडश श्रृंगार।
शुभ छोटी दीपावली,
सजे आपके द्वार।।
● अगर मोक्ष की कामना,
तो रखिएगा ध्यान।
ब्रह्मकाल में कीजिए,
आज महा-स्नान।।
● नरकासुर संहार का,
महादिवस है आज।
जब उजियारे का हुआ,
अंधियारे पर राज।।
आप सभी के लिए छोटी दीपावली के रूप में मान्य “रूप चतुर्दशी” के पुनीत पर्व पर हार्दिक मंगलकामनाएं। मोक्ष प्रप्ति की कामना के साथ सूर्योदय पूर्व पावन ब्रह्म-काल मे मंगल-स्नान के विधान से जुड़ा आज का पर्व आततायी दैत्य “नरकासुर” के वध की पौराणिक गाथा से भी सम्बद्ध है। जिसके कारागर से प्रभु श्रीकृष्ण ने 16 हज़ार 100 नारियों को मुक्त कराया था। जिन्हे बाद में प्रभु श्री ने अपनी पत्नियों के रूप में मान्य किया। कहा तो यह भी जाता है कि नरकासुर के साथ युद्ध में भगवान कृष्ण अचेत हो गए थे और फिर महारानी सत्यभामा ने कुपित हो कर इस असुर का वध किया।
उक्त प्रसंग के अनुसार “नर्क चतुर्दशी” के नाम से पहचाने जाने वाले आज के पर्व का अभिप्रायः अंधकार रूपी असुर के चंगुल से उजाले की किरण रूपी नारियों की मुक्ति है। शाश्वत प्रमाण है कल अमावस्या की घोर काली रात के बाद प्रतिपदा से उजले पक्ष का पदार्पण। जय द्वारकाधीश।।
■प्रणय प्रभात■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)