*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
"अपनी भूल नहीं मानते हम ll
रोटी चहिए, कपड़ा चहिए या मकां चहिए
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
तू खुद की इतनी तौहीन ना कर...
⚘*अज्ञानी की कलम*⚘
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
I Haven't A Single Things in My Life
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
दूहौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
*गाता है शरद वाली पूनम की रात नभ (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद
मैंने चुना है केसरिया रंग मेरे तिरंगे का
National Symbols of India
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है