वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
मैं कभी भी भीड़ के साथ नही खड़ा होना चाहता हूं।
मत देख कि कितनी बार हम तोड़े जाते हैं
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
***************गणेश-वंदन**************
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
दोनों हाथों से दुआएं दीजिए
हिंदी दिवस पर सुधीर श्रीवास्तव "हिंदी रत्न" "हिंदी सेवी", "हिंदी गौरव", हिंदी कथा साहित्य " सम्मान से सम्मानित
దీపావళి కాంతులు..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
प्यार खुद से कभी, तुम करो तो सही।