बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
शब की ख़ामोशी ने बयां कर दिया है बहुत,
ग़ज़ल (जब भी मेरे पास वो आया करता था..)
হরির গান (হরিকে নিয়ে লেখা গান)
ये ताकत जो बक्सी तुझे कुदरत ने , नशे में न झोंको उबर जाओ भाई
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
सर्दी में कोहरा गिरता है बरसात में पानी।
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गीत- रहें मिलकर सजाएँ प्यार से...
*सारा हिंदुस्तान है, मोदी का परिवार (कुंडलिया)*