Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2023 · 1 min read

■ कोई तो हो…।।

■ कोई तो हो…।।

1 Like · 175 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

फर्क
फर्क
Shailendra Aseem
" जीवन है गतिमान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
6) इंतज़ार
6) इंतज़ार
नेहा शर्मा 'नेह'
मन्नत के धागे
मन्नत के धागे
Neerja Sharma
" सुन्दरी"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
Madhuyanka Raj
कोलाहल
कोलाहल
Bodhisatva kastooriya
था उसे प्यार हमसे
था उसे प्यार हमसे
Swami Ganganiya
चीखें अपने मौन की
चीखें अपने मौन की
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
- कलयुग -
- कलयुग -
bharat gehlot
तेवरी’ प्रेमालाप नहीं + आदित्य श्रीवास्तव
तेवरी’ प्रेमालाप नहीं + आदित्य श्रीवास्तव
कवि रमेशराज
जब तुम उसको नहीं पसन्द तो
जब तुम उसको नहीं पसन्द तो
gurudeenverma198
"उमंग तरंग हो मन का मेरे, हर सुख का आभास हो"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
Ajit Kumar "Karn"
रातों की तन्हाई में
रातों की तन्हाई में
इशरत हिदायत ख़ान
2324.पूर्णिका
2324.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मेरी नाव
मेरी नाव
Juhi Grover
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
ओसमणी साहू 'ओश'
*बहू- बेटी- तलाक*
*बहू- बेटी- तलाक*
Radhakishan R. Mundhra
पेड़ कटता जा रहा झूठे विकासों में ।
पेड़ कटता जा रहा झूठे विकासों में ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
वस्तुएं महंगी नही आप गरीब है जैसे ही आपकी आय बढ़ेगी आपको हर
वस्तुएं महंगी नही आप गरीब है जैसे ही आपकी आय बढ़ेगी आपको हर
Rj Anand Prajapati
बड़े भाग मानुष तन पावा
बड़े भाग मानुष तन पावा
आकांक्षा राय
* हिन्दी को ही *
* हिन्दी को ही *
surenderpal vaidya
ओ मां के जाये वीर मेरे...
ओ मां के जाये वीर मेरे...
Sunil Suman
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
संवादरहित मित्रता, मूक समाज और व्यथा पीड़ित नारी में परिवर्तन
संवादरहित मित्रता, मूक समाज और व्यथा पीड़ित नारी में परिवर्तन
DrLakshman Jha Parimal
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पहले से
पहले से
Dr fauzia Naseem shad
बहुत आसान है भीड़ देख कर कौरवों के तरफ खड़े हो जाना,
बहुत आसान है भीड़ देख कर कौरवों के तरफ खड़े हो जाना,
Sandeep Kumar
Loading...