■ क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
■ रात-दिन मकड़ी की तरह ताना-बाना बुनने वाले दुनियाई नातों के नाम। समझाना यह भी है कि मकड़ी का जाल उसके अपने लिए भी जानलेवा होता है।
#क़तआ (मुक्तक)
■ रात-दिन मकड़ी की तरह ताना-बाना बुनने वाले दुनियाई नातों के नाम। समझाना यह भी है कि मकड़ी का जाल उसके अपने लिए भी जानलेवा होता है।