परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नफसा नफसी का ये आलम है अभी से
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
#सकारात्मक_सोच😊 #सकारात्मक_सुबह😊😊 #सकारात्मक_सोमवार 😊😊😊
दिल की बात जबां पर लाऊँ कैसे?
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
कोशिश करके हार जाने का भी एक सुख है