■ क़तआ / किरदार
👉 क़तआ / किरदार
【प्रणय प्रभात】
“तेरे किरदार के हैं पहलू दो,
अब यकीं बन चुका है अंदाज़ा।
ख़ास के वास्ते अलग खिड़की,
आम के वास्ते है दरवाज़ा।।”
#प्रभात_प्रणय
👉 क़तआ / किरदार
【प्रणय प्रभात】
“तेरे किरदार के हैं पहलू दो,
अब यकीं बन चुका है अंदाज़ा।
ख़ास के वास्ते अलग खिड़की,
आम के वास्ते है दरवाज़ा।।”
#प्रभात_प्रणय