बेचैनी तब होती है जब ध्यान लक्ष्य से हट जाता है।
*आदर्श कॉलोनी की रामलीला*
जब लोग उन्हें मार नहीं पाते हैं
मोहब्बत में कब तक रुलाते रहेंगे।
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
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सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जीवन के अंतिम दिनों में गौतम बुद्ध
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
कभी-कभी रिश्ते सबक बन जाते हैं,