Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2023 · 1 min read

■ एक ही उपाय ..

■ एक ही उपाय ..
हम जगत को सुधार पाने में न कल समर्थ थे, न आज हैं और न ही कल होंगे। हां, खुद को सुधार कर हम बहुत कुछ सुधार सकते हैं। ग़ैरत को गिरवी रखने की बीमारी से उबर सकें तो।।
■प्रणय प्रभात■

Language: Hindi
2 Likes · 508 Views

You may also like these posts

"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
दोहा-विद्यालय
दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हमें बुद्धिमान के जगह प्रेमी होना चाहिए, प्रेमी होना हमारे अ
हमें बुद्धिमान के जगह प्रेमी होना चाहिए, प्रेमी होना हमारे अ
Ravikesh Jha
अपनी तस्वीर
अपनी तस्वीर
Dr fauzia Naseem shad
परछाई उजली लगती है।
परछाई उजली लगती है।
Kumar Kalhans
बची रहे संवेदना...
बची रहे संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रेम पत्र
प्रेम पत्र
Surinder blackpen
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
फ्लेशबैक
फ्लेशबैक
meenu yadav
साहित्य सृजन .....
साहित्य सृजन .....
Awadhesh Kumar Singh
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
संवेदना -जीवन का क्रम
संवेदना -जीवन का क्रम
Rekha Drolia
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
gurudeenverma198
आप
आप
Bodhisatva kastooriya
3730.💐 *पूर्णिका* 💐
3730.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जीवन में
जीवन में
ओंकार मिश्र
ज्ञान सागर
ज्ञान सागर
भूरचन्द जयपाल
उनकी उल्फत देख ली।
उनकी उल्फत देख ली।
सत्य कुमार प्रेमी
चांद को छुते हुए जीवन को छुएंगे।
चांद को छुते हुए जीवन को छुएंगे।
जय लगन कुमार हैप्पी
राधा कृष्ण
राधा कृष्ण
Mandar Gangal
पीड़ाएँ
पीड़ाएँ
Niharika Verma
देखो आया जादूगर
देखो आया जादूगर
Dr. Kishan tandon kranti
यदि मेरी चाहत पे हकीकत का, इतना ही असर होता
यदि मेरी चाहत पे हकीकत का, इतना ही असर होता
Keshav kishor Kumar
ग़ज़ल _मुहब्बत के मोती , चुराए गए हैं ।
ग़ज़ल _मुहब्बत के मोती , चुराए गए हैं ।
Neelofar Khan
प्रबुद्ध कौन?
प्रबुद्ध कौन?
Sanjay ' शून्य'
आज जागते हुए
आज जागते हुए
हिमांशु Kulshrestha
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
Dr Archana Gupta
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
Manisha Manjari
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
Sarla Mehta
Loading...