■ आज की बात
■ आज की बात
चमत्कार को नमस्कार?
【प्रणय प्रभात】
“जहां काम आवे सुई, कहा करे तरवार” जैसे मंत्र की अनसुनी करने वाले मदान्धों को क्या पता कि सिलने का काम तलवार नहीं सुई ही करती है। फिर चाहे वो कोट हो या पेटीकोट।।
■ आज की बात
चमत्कार को नमस्कार?
【प्रणय प्रभात】
“जहां काम आवे सुई, कहा करे तरवार” जैसे मंत्र की अनसुनी करने वाले मदान्धों को क्या पता कि सिलने का काम तलवार नहीं सुई ही करती है। फिर चाहे वो कोट हो या पेटीकोट।।