■ आज की बात
#दोहा-
“बेबस जन की पीठ पर भारी तंत्र सवार।
परिपाटी ढोए चलो करते जय-जयकार।।”
दोहा आज के परिवेश और परिदृश्यों की विकृतियों के नाम है।
समूचे देश में “व्हीआईपी कल्चर” राष्ट्रीय उल्लास तक पर ग्रहण लगाने वाला है। अब दरकार समानता की है। कम से कम राष्ट्रीय पर्व पर तो मिले आम जन को भी सत्कार। आज लगा कि दिल्ली सुधर रही है, भले ही वजह 2024 हो। हां, देश का सुधरना बाक़ी है। जिसमे मध्यप्रदेश अव्वल है थोथे प्रदर्शन में।
【प्रणय प्रभात】