दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है
*छपना पुस्तक का कठिन, समझो टेढ़ी खीर (कुंडलिया)*
साधना तू कामना तू।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं"
हिंदी दोहे- कलंक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खरीदे हुए सम्मान शो-केस में सजाने वाले मूर्धन्य विद्वानों को
असफलता का घोर अन्धकार,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker