यह सुहाना सफर अभी जारी रख
देवी महात्म्य चतुर्थ अंक * 4*
मुझे तुम मिल जाओगी इतना विश्वास था
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दुनिया के चकाचौंध में मत पड़ो
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
🥀*गुरु चरणों की धूलि*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
खो दोगे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
यदि चाहो मधुरस रिश्तों में