■ आज का प्रहार
■ अनाधिकृत चेष्टा….
“कुत्तापन” बेचारे कुत्तों का विशेषाधिकार था। जिस पर अब इंसान अवैध अतिक्रमण करता जा रहा है। बड़ा अन्याय है क़सम से, कुत्तत्व के साथ।
【प्रणय प्रभात】
■ अनाधिकृत चेष्टा….
“कुत्तापन” बेचारे कुत्तों का विशेषाधिकार था। जिस पर अब इंसान अवैध अतिक्रमण करता जा रहा है। बड़ा अन्याय है क़सम से, कुत्तत्व के साथ।
【प्रणय प्रभात】