■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
एक मशवरा उनके लिए, जिनकी पहचान उनकी अपनी बकवास और बड़बोलापन है। नाम किस-किस का लिखूं…? देश भरा पड़ा है ऐसे तीसमार खांओं से।।
■ आज का दोहा
एक मशवरा उनके लिए, जिनकी पहचान उनकी अपनी बकवास और बड़बोलापन है। नाम किस-किस का लिखूं…? देश भरा पड़ा है ऐसे तीसमार खांओं से।।