संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
ST666 - Nhà Cái Hàng Đầu, Nạp Rút Nhanh Chóng, Giao Dịch Bảo
ग़ज़ल-जितने घाव पुराने होंगे
ये मछलियां !
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही
जीवन पथ पर सब का अधिकार
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं