Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2023 · 1 min read

■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।

#भाजपा_के_भीष्म
■ जीवेत शरदः शतम।
आधुनिक भारत की नई महाभारत के एक और पितामह। राजनैतिक निष्ठावानों के लिए एक जीवंत उदाहरण। रिटायर-हर्ट होकर सियासी पैवेलियन में विराजित नाबाद प्लेयर। अब देश के मैदान, जीवन की पिच और उम्र की क्रीज़ पर शतक की ओर अग्रसर।
सुर्खियों से परे संघर्ष का एक छला गया किरदार। आयु के शतक में बस 04 ही रन रहे हैं आज कम। जीवन की पिच पर जमे रहें आपके क़दम। यही हैं उन सबकी मंगलकामनाएं, जो साक्षी हैं आपकी अग्रणी भूमिका और कीर्ति के।
96वीं सालगिरह पर दिल से सलाम स्वाधीन भारत के दूसरे सरदार (पटेल) जिनके साथ कुत्सित राजनीति ने खेला खेल। ऐसे में बनता ही है एक सवाल- “अंधियारे में किसने डाला…एक उजाला…??”
बहरहाल, हाल-फ़िलहाल एक ही नारा, तुम्हारा-हमारा। आडवाणी जी ज़िंदाबाद। ज़िंदाबाद, ज़िंदाबाद।।
■प्रणय प्रभात■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)
💐🎂💐🎂💐🎂💐🎂

(किसी दल से मेरा कोई सरोकार नहीं। मैं “समय” हूँ)

1 Like · 227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
Shweta Soni
हमारी दोस्ती अजीब सी है
हमारी दोस्ती अजीब सी है
Keshav kishor Kumar
3047.*पूर्णिका*
3047.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
Ajit Kumar "Karn"
shikshak divas **शिक्षक दिवस **
shikshak divas **शिक्षक दिवस **
Dr Mukesh 'Aseemit'
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
मार मुदई के रे... 2
मार मुदई के रे... 2
जय लगन कुमार हैप्पी
चांदनी रातों में
चांदनी रातों में
Surinder blackpen
"बहुत दिनों से"
Dr. Kishan tandon kranti
यह जो मेरी हालत है एक दिन सुधर जाएंगे
यह जो मेरी हालत है एक दिन सुधर जाएंगे
Ranjeet kumar patre
भारत
भारत
Shashi Mahajan
जाओ कविता जाओ सूरज की सविता
जाओ कविता जाओ सूरज की सविता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
पूर्वार्थ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
होली मुबारक
होली मुबारक
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
Khaimsingh Saini
ज़ख्म पर ज़ख्म अनगिनत दे गया
ज़ख्म पर ज़ख्म अनगिनत दे गया
Ramji Tiwari
दोहा पंचक. . . क्रोध
दोहा पंचक. . . क्रोध
sushil sarna
संवेदना
संवेदना
Ekta chitrangini
खुदा सा लगता है।
खुदा सा लगता है।
Taj Mohammad
*कौन है ये अबोध बालक*
*कौन है ये अबोध बालक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बेहद मामूली सा
बेहद मामूली सा
हिमांशु Kulshrestha
पकड़कर हाथ छोटा बच्चा,
पकड़कर हाथ छोटा बच्चा,
P S Dhami
मानव जीवन - संदेश
मानव जीवन - संदेश
Shyam Sundar Subramanian
किसने यहाँ
किसने यहाँ
Dr fauzia Naseem shad
**हाल मेरे देश का मंदा है दोस्तों**
**हाल मेरे देश का मंदा है दोस्तों**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
Shivkumar Bilagrami
#मेरा अनुभव आपके साथ#
#मेरा अनुभव आपके साथ#
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...