हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
if you have not anyperson time
उम्र गुजर जाती है किराए के मकानों में
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लखनऊ शहर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
ख़ुद-बख़ुद टूट गया वक़्त के आगे बेबस।
विश्व कप-2023 फाइनल सुर्खियां
जैसे ये घर महकाया है वैसे वो आँगन महकाना
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
भीतर से तो रोज़ मर ही रहे हैं
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
*सागर में ही है सदा , आता भीषण ज्वार (कुंडलिया)*
THIS IS WHY YOU DON’T SUCCEED:
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
प्रेम और घृणा से ऊपर उठने के लिए जागृत दिशा होना अनिवार्य है