थूकोगे यदि देख कर, ऊपर तुम श्रीमान
"मैं पंछी हूँ मेरे पंख रहने दीजिये ll
लोककवि रामचरन गुप्त के रसिया और भजन
The Legend Of Puri Jagannath
गुरु रत्न सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं
रिश्ता तुझसे मेरा तभी टूटे,
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
दोस्तो रौ साथ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
- मेरे ख्वाबों की मल्लिका -
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
सूरज की हठखेलियाँ, चंदा जोड़े हाथ।
*झूठा यह संसार समूचा, झूठी है सब माया (वैराग्य गीत)*