■आज की अपील■
■आज की अपील■
तमाम बेकुसूरों से गुज़ारिश है कि कुसूरवारों की भीड़ में शरीक़ न हों और सलामत रहें। इंसानियत की अलामत बन कर।।
🙅प्रणय प्रभात🙅
■आज की अपील■
तमाम बेकुसूरों से गुज़ारिश है कि कुसूरवारों की भीड़ में शरीक़ न हों और सलामत रहें। इंसानियत की अलामत बन कर।।
🙅प्रणय प्रभात🙅