■अपराध-बोध■
■अपराध-बोध■
अफ़सोस होता है, अनमोल जीवन का आधे से ज़्यादा हिस्सा बेमोल रिश्तों के नाम बर्बाद करने पर।।
😢प्रणय प्रभात😢
■अपराध-बोध■
अफ़सोस होता है, अनमोल जीवन का आधे से ज़्यादा हिस्सा बेमोल रिश्तों के नाम बर्बाद करने पर।।
😢प्रणय प्रभात😢