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18 Dec 2021 · 1 min read

ਸੌਦਾ

********* ਸੌਦਾ *********
**********************

ਸਮਝ ਨਾ ਆਇਆ ਸੱਚਾ ਸੌਦਾ
ਬੰਦਾ ਉਲਝਿਆ ਇੰਸਾਨੀ ਸੌਦਾ

ਧਨ,ਮਾਇਆ ਚ ਲੋਭੀ ਹੋਇਆ
ਹੋਰਾਂ ਦੀ ਗੋਬੀ ਖੋਦ ਕਰੇ ਸੌਦਾ

ਸੱਚਿਆਂ,ਗੂੜ੍ਹੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਛੱਡ ਕੇ
ਝੂਠੀਆਂ ਬਾਤਾਂ ਚ ਫਸਿਆ ਸੌਦਾ

ਉਲਟੀ ਗਿਣਤੀ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋ ਗਈ
ਚੰਗੇ ਦਿਨਾਂ ਦਾ ਕਦੋ ਹੋਊ ਸੌਦਾ

ਭਾਈ ਭਾਈ ਦਾ ਵੈਰੀ ਹੋਇਆ
ਭਾਈਚਾਰੇ ਦਾ ਗੁੰਮ ਹੈ ਸੌਦਾ

ਘਰ ਘਰ ਚ ਨ ਫੁੱਟਾਂ ਪਈਆਂ
ਇਕੱਠ ਦਾ ਕਦੋ ਹੋਊਗਾ ਸੌਦਾ

ਮਨਸੀਰਤ ਨਿੱਤ ਤਰਲੇ ਪਾਵੇ
ਕਦੋ ਹੋਵੇਗਾ ਦਿਲਾਂ ਦਾ ਸੌਦਾ
*********************
ਸੁਖਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਮਨਸੀਰਤ
ਖੇੜੀ ਰਾਓ ਵਾਲੀ (ਕੈਥਲ)

Language: Punjabi
234 Views

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